हनुमान जी के बीज मंत्र ओर उनके उपयोग

1. हनुमान चालीसा
मंत्र: "श्री गुरु चरण सरोज रज..." (हनुमान चालीसा का प्रारंभ)
उपयोग:
नियमित पाठ से भय, नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
सुबह या शाम 7, 11, या 40 दिन तक पाठ करने से विशेष लाभ होता है।
नौकरी, स्वास्थ्य, और मानसिक शांति के लिए प्रभावी।
कैसे करें: स्वच्छ स्थान पर, हनुमान जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाकर पाठ करें।

2. हनुमान बीज मंत्र
मंत्र: ॐ ऐं भ्रीं हनुमते नमः (Om Aim Bhreem Hanumate Namah)
उपयोग:
शत्रु नाश और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए।
कार्यों में सफलता और बाधा निवारण के लिए।
कैसे करें: 108 बार जप, मंगलवार या शनिवार को, रुद्राक्ष की माला से।

3. हनुमान रक्षा मंत्र
मंत्र: ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् (Om Ham Hanumate Rudratmakaya Hum Phat)
उपयोग:
भूत-प्रेत, नकारात्मक शक्तियों से रक्षा।
यात्रा या जोखिम भरे कार्यों से पहले जप करें।
कैसे करें: सूर्यास्त के बाद, शांत स्थान पर 21 या 108 बार जप करें

4. संकट मोचन मंत्र
मंत्र: ॐ नमो भगवते हनुमते नमः (Om Namo Bhagavate Hanumate Namah)
उपयोग:
किसी भी संकट से मुक्ति के लिए।
मानसिक तनाव और आर्थिक समस्याओं में लाभकारी।
कैसे करें: मंगलवार को हनुमान मंदिर में जाकर 108 बार जप करें।

5. हनुमान गायत्री मंत्र
मंत्र: ॐ अंजनाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्
उपयोग:
बुद्धि, बल, और यश प्राप्ति के लिए।
विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी।
कैसे करें: सुबह स्नान के बाद पूर्व दिशा में बैठकर 108 बार जप करें।

सामान्य सुझाव:
शुद्धता: मंत्र जप से पहले स्नान करें, स्वच्छ वस्त्र पहनें।
श्रद्धा: पूर्ण भक्ति और विश्वास के साथ मंत्र जपें।
दिन: मंगलवार और शनिवार हनुमान जी की पूजा के लिए विशेष हैं।
प्रसाद: गुड़, चना, या लड्डू का भोग लगाएं।
यदि आप किसी विशिष्ट मंत्र के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं या कोई विशेष समस्या के लिए मंत्र चाहिए, तो बताएं। मैं और विस्तार से मदद करूँगा।

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